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Monday, December 5, 2016

जिंदगी तो है इक खेल निराला
अब ये  खेल तो हमें  खेलना है
माना कठिन  समय  आजकल
पर आगे तो इसको धकेलना है

पल पल क्यों बदलता  रहता है
बिन मतलब के चलता रहता है
रोक न पाये कोई इसे कभी भी
हरदम क्यों ये मचलता रहता है
हो जाओ सब मजबूत साथियों
न जाने कितना और झेलना  है
जिंदगी है............

मिल कर सब इसके साथ चलो
हाथो में डाल सब ये हाथ चलो
छोड़ के झगडे अपने  अब तुम
डाल नाक  में इसके नाथ चलो
हो जाये जिंदगी रंगीन  सबकी
ऐसा रंग कोई तुम्हे  उड़ेलना है
जिंदगी तो है......

चौंकें ये ऐसा कोई काम कर दो
ग़म सबके तुम  मिलके  हर दो
फैला  दो  खुशियाँ  ही खुशियाँ
हर किसी की झोली ये  भर दो
मुश्किल नही तुम्हारे लिये कुछ
करनी नही   कोई अवेहलना है
जिंदगी तो है.......

जीवन है जैसा  आगे  बढाना है
नित नई   मंजिल इसे चढ़ाना है
करके कुछ जतन आज  ही इसे
आसमान तक अब यूँ चढाना है
कोई भी बहाना तुम्हे "उज्ज्वल "
इससे बचने का  नही  पेलना है
जिंदगी तो है........

जिंदगी तो है इक खेल निराला
अब ये  खेल तो हमें  खेलना है
माना कठिन  समय  आजकल
पर आगे तो इसको धकेलना है

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