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चाहता था रहना तन्हा मैं, इसीलिये तो जाके दूर सोया था नही पसंद थी भीड़ दुनियादारी की, मैं अपनी ही दुनिया मे खोया था कोई करें समय खराब ...
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लेडी फिंगर एक अध्यापक के मन में एक दिन हरी सब्जी खाने का ख्याल आया तो उसने कक्षा में से एक कमजोर से बच्चे को बुलाया हुआ कुछ यूँ अध्य...
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हर रोज़ दुनियाँ बदलने की सोच लेता हूँ मैं पर अब तक क्यों खुद को न बदल पाया हूँ बन चुका हूँ कितना नादां मैं ,किसको बदलू रोशनी है दु...
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याद आता है समय अब वो जब बिन दोस्त शाम नही कटती थी था छोटा सा मैं पर दुनियॉ मुझसे भी छोटी लगती थी वो स्कूल का मस्ती भरा रस्ता, था कच्चा...
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अब तो बता दे जिंदगी __________________ बता दें जिंदगी तू, कितना और मुझे भटकाएगी सताया है तूने खूब कितना और अब सताएगी कितने तूने खेल...
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हिन्द देश है तन हमारा हिन्दी हमारी जान है इसी से धड़कता है ये दिल इसी से हमारा मान है ! रखती है हमें बांधकर एक सुगंधित माला में सीखते ...
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उस पल का इंतजार है आजकल जो कुछ चल रहा है उसमे देखने में आता है कि आप किसी को कंकड़ मारो तो बदले में आपको सौ प्रतिशत प्रतुत्तर में पत्थर मिल...
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Saturday, July 9, 2016
लड़ता रह राही तू ,इस उलझे हुए संसार में
नही मिलने वाली कोई मंजिल एक बार में
कश्ती है तेरी और तुझे ही चलानी ये अब
नही तो दुनियाँ डुबो देगी इसे मँझदार में
चलते रहना अकेले अनजान से रास्तों पर
तभी चमक सकता है तेरा नाम अखबार में
ले लो फैंसला जो भी है लेना तुझे आज ही
मत गँवा जिंदगी तेरी इस सोच विचार में
रह लेना चाहे तू कितना भी खुश अकेले
पर असली खुशियाँ तो मिलेंगी परिवार में
चमकते रहना सदा तू ईमानदारी के सहारे
सौदा न करना उज्ज्वल झूठ के बाजार में
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